Republic Day: Celebration of an Independent India: 26 जनवरी, 1950 को भारतीय संविधान के प्रवर्तन ने भारत की शुरुआत को एक गणतंत्र देश के रूप में चिह्नित किया, 26 जनवरी 1950 को हमारे देश में संविधान लागू हुआ तब से हर साल 26 जनवरी को भारतीय गर्व के साथ राष्ट्रीय त्योहार मनाते हैं
समारोह भारत के राष्ट्रपति और अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों के सामने राजपथ पर औपचारिक समारोह के रूप में होता है। हजारों लोग देश की एकता और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतिनिधित्व करने वाले तमाशा के दर्शक बनने के लिए मैदान में आते हैं।
India Republic Day
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह पर भारत के राष्ट्रपति द्वारा भारतीय राष्ट्र ध्वज को फहराया जाता हैं और इसके बाद सामूहिक रूप में खड़े होकर राष्ट्रगान गाया जाता है। फिर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को सलामी दिया जाता है । गणतंत्र दिवस को पूरे देश में विशेष रूप से भारत की राजधानी दिल्ली में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है
गणतंत्र दिवस से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य
- 26 जनवरी 1950 को सुबह 10.18 मिनट पर भारत का संविधान लागू किया गया था
- पूर्ण स्वराज दिवस 26 जनवरी 1930 को ध्यान में रखते हुए भारत के संविधान को 26 जनवरी को लागू किया गया था
- 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह पर भारत के राष्ट्रपति द्वारा भारतीय राष्ट्र ध्वज को फहराया जाता हैं
- इसके बाद सामूहिक रूप में खड़े होकर राष्ट्रगान गाया जाता है
- फिर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को सलामी दिया जाता है
- राष्ट्रगान के दौरान 21तोपों की सलामी दी जाती है 21 तोपों की ये सलामी राष्ट्रगान की शुरूआत से शुरू होती है और 52 सेकेंड के राष्ट्रगान के खत्म होने के साथ पूरी हो जाती है.
- इस दीन देश में राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड आयोजित की जाती है यह परेड 8 किलोमीटर की होती है इसकी शुरुआत रायसीना हिल से होती है. और उसके बाद राजपथ, इंडिया गेट से होते हुए ये लाल किले पर समाप्त होती है
- गणतंत्र दिवस पर हर राज्यों की झांकियां भी निकाली जाती है